जुदाई डालने का अमल 5/5 (7)

जुदाई डालने का अमल

जुदाई डालने का अमल – Judai Dalne Ka Amal, कई बार ऐसा भी वक़्त आता है की हमें किसी की भलाई के लिए गलत काम करना पड़ता है. इसलिए आज हम आपको ये अमल बता रहे है इसे नफरत डालने का अमल या अदावत पैदा करने का अमल कहा जाता है. यदि आप दो लोगो के दिल में नफरत पैदा होने की दुआ चाहते है तो वो भी हम आपको आज बतायेगे

Judai Dalne Ka Amal, Wazifa, Taweez, Naqsh, Dua, Tarika

इस दुनिया में हर व्यक्ति सुख और चैन के साथ जीना चाहता है, लेकिन कई बार जीवन में कुछ ऐसी परिस्थितियां आ जाती है जिनका सामना करना बहुत कठिन हो जाता है। अक्सर प्यार मोहब्बत जैसे रिश्तों में ऐसा देखने को मिलता है कि दो प्यार करने वाले जोड़ो के बीच कोई तीसरा व्यक्ति फूट डालने की कोशिश करता है।

जुदाई डालने का अमल - Judai Dalne Ka Amal, Wazifa, Taweez, Naqsh, Dua, Tarika

जुदाई डालने का अमल – Judai Dalne Ka Amal, Wazifa, Taweez, Naqsh, Dua, Tarika

या फिर जिस व्यक्ति से आप प्यार करते है, वह किसी और व्यक्ति के करीब हो रहा है। ऐसे समय पर दिमाग घूमने लगता है और समझ नहीं आता कि आखिर उन दोनों के बीच किस प्रकार नफरत पैदा की जाए। आज हम आपको जुदाई डालने का अमल बताएंगे, जिसकी मदद से आप बेहद आसानी से दो लोगों के बीच जुदाई डाल सकते है।

  • जुदाई डालने का अमल अपनाने से पहले आपके पास एक जायज़ मकसद का होना बेहद जरूरी है। इस अमल के लिए आपको 7 कपास की गोलियों की जरूरत पड़ेगी। यह गोलियां आप घर पर कॉटन की मदद से खुद भी बना सकते। मंगलवार या शनिवार को छोड़ आप किसी भी दिन जुदाई डालने का अमल कर सकते है।

इसके लिए सबसे पहले ताजा वजू कर ले और अपने हाथ में एक कपास की गोली लेकर सुरह जिलजाल पढ़े। यह पढ़ने के बाद उन दोनों व्यक्तियों का नाम ले जिनके बीच आप जुदाई डालना चाहते है।

अब जुदाई डालने का अमल के लिए कपास की गोली पर दम करके उसे आग में जला दे। ऐसा आपको सात मरतबा करना है। जुदाई डालने का अमल पूरा होने के बाद आप देखेंगे कि अगले दिन से ही दोनों के बीच दूरियां बढ़नी शुरू हो जाएगी।

नफरत डालने का अमल

नफरत डालने का अमल – Nafrat Dalne Ka Amal, Wazifa, Taweez, Naqsh, Dua, Tarika, मोहब्बत और नफरत वैसे तो दो विपरीत शब्द है, लेकिन संसार में अक्सर ये दोनों शब्द साथ में ही इस्तेमाल किए जाते है। कई बार ना चाहते हुए भी इन्सान को नफरत डालने का अमल इस्तेमाल करना पड़ जाता है।

यदि आपका जीवनसाथी, या फिर पति/पत्नी किसी अन्य के साथ मोहब्बत में पड़ गई है और आप उन दोनों के नाजायज़ रिश्ते को खत्म करना चाहते है तो ये नफरत डालने का अमल अपना सकते है।

अल्लाह ताला को भी नाजायज़ रिश्तोसे सख्त नफरत है। नाजायज़ रिश्तों की समाज में भी कोई इज्जत नहीं करता और उनका घर-परिवार भी धीरे-धीरे खत्म हो जाता है। ऐसी समस्या उत्पन्न होने से पहले ही आपको नफरत डालने का अमल अपना लेना चाहिए।

Nafrat Dalne Ka Amal

  • यह नफरत डालने का अमल आपको रात्रि 11 बजे के बाद इस्तेमाल करना है। सबसे पहले हमारे द्वारा बताया गया वजीफा एक सफेद कागज पर लिख ले और उस कागज के पीछे उन दोनों व्यक्तियों का नाम लिख दे, जिनके बीच आप नफरत पैदा करना चाहते है। अब उस कागज को 7 बार मोड़कर काले धागे से बांध दे। इसके बाद नीचे दिया गया नफरत डालने का अमल का वजीफा 111 बार पढ़े-

या वा अल अल्लाहू हुमुल अदा वाता वा बाग जा इल्लाही युमल कल्याल्लाहा।

वजीफा पूरा होने के बाद वह कागज किसी भी कब्रिस्तान में जाकर दो कब्र के बीच में दफन करके घर आ जाए। ऐसा करने से उन दो व्यक्तियों के बीच सारी प्यार मोहब्बत भी हमेशा के लिए दफन हो जाएगी। नफरत डालने का अमल के जल्दी असर के लिए 11 रोज़ तक नियमित रूप से इसका इस्तेमाल करना है।

अदावत पैदा करने का अमल

अदावत पैदा करने का अमल – Adawat Paida Karne Ka Amal, Wazifa, Taweez, Naqsh, Dua, Tarika, कई बार दो प्रेमी या फिर मियां-बीवी बहुत खुशी से अपनी ज़िन्दगी गुजार रहे होते है कि एक रोज़ अचानक उनकी ज़िन्दगी में कोई तीसरा बंदाआ जाता है।

इस तीसरे बंदे के कारण दो प्यार करने वाले लोगों के बीच दूरियां बढ़ने लगती है। यदि आपकी ज़िन्दगी में भी कोई ऐसा शख्स है, जो आपके प्यार को आपसे दूर करने की कोशिश कर रहा है तो अदावत पैदा करने का अमल इस्तेमाल कर सकते है।

इस अदावत पैदा करने का अमल के इस्तेमाल से आपके महबूब के मन में फिर से आपके लिए मोहब्बत आने लगेगी, इसके साथ ही उस बाहरी शख्स के लिए उसके दिल में नफरत पैदा हो जाएगी।

Adawat Paida Karne Ka Amal

  • अदावत पैदा करने का अमल के इस्तेमाल से पहले आप किसी मौलवी से इसकी मंजूरी अवश्य ले। मौलवी की रजामंदी के बाद ही इस तरह का कोई भी अमल इस्तेमाल करना चाहिए। यह अदावत पैदा करने का अमल आपको 7 दिन तक हर रोज़ सोने से पहले अपनाना है। सबसे पहले वुजू बना ले और नीचे दिए गए अदावत पैदा करने का अमल को 41 मरतबा पढ़े-

ला वा इल्लाहा अल्लाहू अंता सुबाहनका इन्ना ममिज्जालिन नूरूस्मावती अर्जी लाता खुजहू सिंतल्वा नमाहू वा किम

इसके बाद अपने एक गिलास पानी, दूध या शरबत में दम करें (यानी फूंक मारे) और वह दम किया हुआ पानी अपने महबूब को पीला दे।

ध्यान रखे आपके जीवनसाथी को यह बात पता नहीं लगनी चाहिए कि आप अदावत पैदा करने का अमल का इस्तेमाल कर रहे है और वह पानी दम किया हुआ है। 7 रोज़ तक यह अदावत पैदा करने का अमल से आपकी ज़िन्दगी पहले जैसी खुशहाल हो जाएगी।

दो लोगो के दिल में नफरत पैदा होने की दुआ

दो लोगो के दिल में नफरत पैदा होने की दुआ, Do Logo Ke Dil Mai Nafrat Paida Hone Ki Dua, Wazifa, Taweez, Naqsh, Amal, Tarika, कई बार दो लोगों के बीच की नज़दीकियां हमसे बर्दाश्त नहीं होती और हम किसी भी हालत में उन दोनों के बीच नफरत पैदा करना चाहते है।

वैसे तो कुरान ए पाक किसी भी प्रकार की नफरत की इजाजत नहीं देता है, लेकिन यदि किसी नेक काम के लिए हम दो लोगो के दिल में नफरत पैदा होने की दुआ का इस्तेमाल करते है तो हमारे गुनाह माफ हो जाते है।

यदि आप भी अपनी ज़िन्दगी में किसी बाहरी शख्स के आने से परेशान है या फिर दो लोगों के दिल में लड़ाई कराना चाहते है तो हमारे द्वारा बताई गई दो लोगो के दिल में नफरत पैदा होने की दुआका इस्तेमाल कर सकते है।

Do Logo Ke Dil Mai Nafrat Paida Hone Ki Dua

  • दो लोगो के दिल में नफरत पैदा होने की दुआके लिए सबसे पहले जमीन पर एक चादर बिछाकर बैठ जाए। इसके लिए अपनी महबूब की एक तस्वीर अपने सामने रखे, जिसे आप अपने से दूर नहीं करना चाहते। अब दो लोगो के दिल में नफरत पैदा होने की दुआ शुरू करे और अव्वल में 11 मरतबा दुरूद ए पाक पढ़े। इसके बाद सुरह युसुफ की 30वीं आयत को 101 मरतबा पढ़े।
  • दो लोगो के दिल में नफरत पैदा होने की दुआके लिए 7 मरतबा बिस्मिल्लाह शरीफ पढ़े और अंत में फिर से 11 बार दुरूद शरीफ पढ़े। ऐसा आपको हफ्ते में एक दिन जरूर करना है। धीरे-धीरे आप देखेंगे कि दो लोगो के दिल में नफरत पैदा होने की दुआअपना असर दिखाना शुरू कर रही है।

Vaise to quran mai kisi se nafrat karna he gunah hai per yadi kisi ki bhalai ke liye aap iska prayog karna chahate hai to fir aap ko islam iski izzazat deta hai. aaj hum aapko judai dalne ka amal, Wazifa, Taweez, Dua, Amal, Tarika or nafrat dalne ka amal, Wazifa, Taweez, Dua, Amal, Tarika batayege.

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दुश्मन को बर्बाद करने का अमल

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