दुश्मन को अपना बनाने का वज़ीफ़ा 5/5 (6)

दुश्मन को अपना बनाने का वज़ीफ़ा

दुश्मन को अपना बनाने का वज़ीफ़ा – Dushman Ko Apna Banane Ka Wazifa, Amal, Dua, Istikhara, Tarika, Upay, Taweez, एक सच्चा और नेक मुसलमान दुसमन को भी नुकसान नहीं पहुँचता, इसलिए आज हम आपको दुश्मन को दोस्त बनाने का वज़ीफ़ा और दुश्मन को अपनी तरफ करने का वजीफा बता रहे है. इसके अलावा हम आपको दुश्मन को अपने बस में करने का वजीफा भी बतायेगे।

Dushman Ko Apna Banane Ka Wazifa

बेहद ही कामयाब वजीफा है यह आसान भी है।आप इससे अपने जानी दुश्मन को भी अपना बना सकते है।अगर वह इंसान आप से दुश्मनी निकालने वाले भी होगा तो भी नहीं निकाल पाएगा।वह धीरे-धीरे आपकी तरफ़ अपना दोस्ती का हाथ बढ़ाएगा।

वजीफा आजमाया हुआ है कई दफा किया हुआ वजीफा है।जो आपकी खिदमत में हाजिर है। इस वजीफे के बाद दुश्मन दुश्मनी को छोड़ देगा और आपका दोस्त बन जाएगा।पढ़ते हैं वजीफे की तरफ इस वजीफे को करने का वक्त मुकर्रर है।

दुश्मन को अपना बनाने का वज़ीफ़ा - Dushman Ko Apna Banane Ka Wazifa, Amal, Dua, Istikhara, Tarika, Upay, Taweez

दुश्मन को अपना बनाने का वज़ीफ़ा – Dushman Ko Apna Banane Ka Wazifa, Amal, Dua, Istikhara, Tarika, Upay, Taweez

यानी जोहर के बाद आप कभी भी इस वजीफे को कर सकते हैं यह वजीफा सूरह फील का है।इस में आपको सूरह फील की तिलावत करनी होगी।इसके लिए आपको मीठी चीज की जरूरत पड़ेगी।यानी आप अपने हिसाब से चीनी शक्कर और वगैरह ले सकते हैं।

और आपको मीठी चीज पर दम करने के बाद उसको किसी चींटी चिटा या कीड़े मकोड़े को खिला देना है।आपको ज्यादा चीनी की जरूरत नहीं पड़ेगी आपको बस मुट्ठी भर ले लेना है।

الم ترکیف مستمر على اوت (دشمن کانام على حب اپنانام فعلی ریت بأصحاب الفيل الدم يجعل بست الخالید، هم في تفضيل وارسل عهد بستم الخ او را با بیل تر میشد بهجرة من سجيل فجعلهم بستم الخ لعصف مالول بستم الخ

इस आयत की तिलावत आपको 8 मर्तबा करनी है।जब आप इस वजीफे को करेंगे वह तो रातों-रात दुश्मन आपके पास आएगा।और अपना दोस्ती का हाथ बढ़ाएगा और यहां तक कि इस वजीफे के जरिए वह आपसे माफी भी मांग लेगा।चंद दिनों में आप इस वजीफे का असर देखेंगे। 

दुश्मन को दोस्त बनाने का वजीफा

दुश्मन को दोस्त बनाने का वजीफा – Dushman Ko Dost Banane Ka Wazifa, Amal, Dua, Istikhara, Tarika, Upay, Taweez, यह वजीफा दुश्मन को दोस्त बनाने का है।अगर आपका दुश्मन आपसे बहुत ही शिद्दत के साथ दुश्मनी करता है।और आप दोनों में एक दूसरे की मुखालफत बरकरार रहती हैं।वह बात करता है यह आप बात करते हैं तो दोनों एक दूसरे की बेइंतेहा मुखालफत करते हैं।

और एक दूसरे को जलील करने में कोई कमी नहीं छोड़ते हैं।हालांकि एक मुसलमान दूसरे मुसलमान का दोस्त है।लेकिन आजकल इन चीजों को कोई तवज्जो नहीं देता है।हर लोग बस दुश्मनी निभाने में ही लगे रहते हैं।एक छोटी सी बात को तूल देकर आपस में रंजिश और दुश्मनी को पैदा कर लेते हैं।

इससे पहले जब जहालत का दौर था।तब दुश्मनी सालों साल चला करती थी।दादा परदादा और दो कबीलों के बीच में काफी सालों सदियों तक दुश्मनी या चली आती थी।यहां तक कि उस जहालत के जमाने में लोग अपनी दुश्मनी की वसीयत करके मरा करते थे।

Dushman Ko Dost Banane Ka Wazifa

कि उससे दुश्मनी है तुम उससे मेरा बदला लेना।लेकिन जब हमारे मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहो सल्लम तशरीफ़ लाएं।तब उन्होंने यह दुश्मनी को और यह जहालत को पूरी तरह से खत्म कर दिया।अब वही लोग जो आपस में दुश्मनी निभाया करते थे आपस में मिलजुल कर मोहब्बत के साथ रहने लगे।

और लोग इमान ले आए और ईमान की रोशनी से अपने दिलों को रोशन करा।दुश्मन को दोस्त बनाने के लिए आपको 786 बार बिस्मिल्लाह शरीफ को पढ़कर पानी पर दम कर देना है।उस इंसान को पिला दे जो दुश्मन बन गए हैं।बिस्मिल्लाह की बरकत उसके दिल में मोहब्बत आ जाएगी।वो आपका दोस्त बनने के लिए कायल हो जाएगा।

दुश्मन को अपनी तरफ करने का वजीफा

दुश्मन को अपनी तरफ करने का वजीफा – Dushman Ko Apni Taraf Karne Ka Wazifa, Amal, Dua, Istikhara, Tarika, Upay, Taweez, अगर आप भी अपने दुश्मन को अपनी तरफ करना चाहते हो उससे इज्जत हासिल करना चाहते हैं।कि वह आपकी इज्जत करें आप से दुश्मनी छोड़ दे।तो यह वजीफा आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित होगा। दुश्मन का मिजाज बदल जाएगा वह आपसे इज्जत और दोस्ती के साथ पेश आना शुरू कर देगा।

अपना हाथ आपकी तरह दोस्ती के लिए बढ़ाएगा।जैसा कि हम सब जानते हैं आज का दौर दुश्मनी का दौर है।हर कोई एक दूसरे से दुश्मनी की हसरत रखता है।क्या आपने क्या पराए सब लोगों के दिल में एक दूसरे के खिलाफ दुश्मनी रहती है।

Dushman Ko Apni Taraf Karne Ka Wazifa

हर इंसान एक दूसरे से नफरत करता है बाहर ना दिखा कर दिल ही दिल एक दूसरे से नफरत करता है।ऐसा समझ लो कि मोहब्बत का नामोनिशान ही खत्म हो गया हूं।लोग एक दूसरे से मोहब्बत करते भी हैं।तो एक दूसरे से फायदा उठाने के लिए बाकी कोई जज्बात और मोहब्बत नहीं होती हैं।दुश्मन आपकी परेशानियों को देखकर बहुत ज्यादा खुश होता है।

अगर मान लीजिए कि आपकी शादी नहीं हो रही है। रिश्ता नहीं आया कोई परेशानी हो तो यह सब देख कर बहुत खुश होता है।या फिर अगर आप को घर से निकाल दिया जाता है।इन सभी परेशानियों को दूर करने के लिए अगर आप दुश्मन को अपनी तरफ करने का वजीफा चाहते है।वजीफा आपके लिए बेहतर होगा।

तीन बार दरूद शरीफ पढ़िए शुरू और आखिर में फिर उसके बाद तीन सौ मर्तबा या मुंतकिमोको पढ़ना हैं।इस वजीफे को सोते वक्त करना है।अगर आप वजीफे को 9 बजे करेंगे तो आपको एक ही टाइम में दूसरे दिन 9 बजे करना है। यह वजीफा आपको लगातार तीन जुम्मः करना है।

दुश्मन को अपने बस में करने का वजीफा

दुश्मन को अपने बस में करने का वजीफा – Dushman Ko Apne Vash Mein Karne Ka Wazifa, Amal, Dua, Istikhara, Tarika, Upay, Taweez, आप वजीफे को आसानी से कर सकते हैं।इसको हर कोई आराम से बिना किसी तकलीफ के कर सकते हैं।और इस वजीफे को करने में आपको कोई भी तरह से नुकसान या तकलीफ नहीं पहुंचेगी।

बस आपका मकसद नेक होना चाहिए।आजकल आपने क्या हर कोई दुश्मनी पर आमादा हैं।और एक दूसरे से दुश्मनी को पूरी शिद्दत से निभा रहे है।चाहे चुप कर चाहे जाहिर कर के दिल में दुश्मनी का बीज पनप रहा है।और इस बीच को दिन पर दिन बढ़ते हुए भी देखा जाता है।

वजीफे को आपको रात में सोते वक्त करना है।इस वजीफे को पाक साफ हालत में करना है।जब आप सोने की नियत कर ले।और सारे काम से फरिक हो जाएगा।आपको उस दुश्मन से दोस्ती की उम्मीद करनी और उसको अपने बस में करना है तो उसका तस्वीर आपको इस वजीफे में करना है।

Dushman Ko Apne Vash Mein Karne Ka Wazifa

आपको अपने दुश्मन का नाम लेना है।और फिर उसके बाद इस वजीफे को करना है एक बार अव्वल आखिर दरूद शरीफ पढ़ने हैं।

दरूदे इब्राहिम अल्ला हुम्मा सल्लि अला मुहम्मदिन व अला आली मुहम्मदिन कमा सल्लै-त अला इब्राहि-म व अला आल्ली इब्राहि-म इन-क हमीदुम मजीद अल्ला हुम्म बारिक अला मोहम्मदिव-व अला आलि मुहम्मदिन कमा बारक-त अला इब्राहि-म व अला आली इब्राहि-म इन्नक हमीदुम मजीद।

यह नमाज वाला दरूद शरीफ है आप कोई और भी दरूद शरीफ पढ़ सकते हैं।उसके बाद आपको 11 मर्तबा इस इस्म मुबारक को पढ़ना है अल करीम्।इस वजीफे के बाद दुश्मन अपनी हसद खत्म कर आपके बस में हो जाएगा।

Har kisi ki zindki mai dusman aa he jate hai, parantu ek nek or saccha musalmaan kabhi bhi dusman ka bhi bura nahi karna chahata hai, isliye aaj hum aapko Dushman Ko Apna Banane Ka Wazifa, Amal, Dua, Istikhara, Tarika, Upay, Taweez or Dushman Ko Dost Banane Ka Wazifa, Amal, Dua, Istikhara, Tarika, Upay, Taweez ke bare mai bata rahe hai. isko Dushman Ko Apni Taraf Karne Ka Wazifa, Amal, Dua, Istikhara, Tarika, Upay, Taweez ya Dushman Ko Apne Vash Mein Karne Ka Wazifa, Amal, Dua, Istikhara, Tarika, Upay, Taweez bhi kaha jata hai.

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दुश्मन को बर्बाद करने का अमल

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